आज हम जानेंगे की नीति आयोग क्या है? योजना आयोग की समाप्ति का क्या कारण था? NITI आयोग की स्थापना कब और क्यो हुई? इसके उद्देश्य और कार्य क्या है? इसके अध्यक्ष-उपाध्यक्ष कौन होते है और वर्तमान अध्यक्ष-उपाध्यक्ष कौन है आदि?
योजना आयोग
NITI आयोग को जानने से पहले हमारा ये जानना बहुत जरूरी है कि योजना आयोग क्या था और उसे क्यो समाप्त किया गया?
स्वतंत्रता के बाद, योजनाबद्ध विकास के लिए भारत मे समाजवादी मॉडल पर आधारित एक योजना आयोग का 1950 मे गठन किया गया था।
योजना आयोग को समाप्त करने का कारण
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वैश्वीकरण के दौर में, खासकर 21 वीं सदी में, योजना आयोग अप्रभावी और अप्रासंगिक हो रहा था। विशेष रूप से विकास संबंधी चुनौतियों का सामना करने के संदर्भ में इसी कारण से इसे समाप्त करने का सोचा गया ।
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इसलिए, 15 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योजना आयोग को समाप्त करने की बात कही।
नीति आयोग
नीति आयोग की स्थापना और पूर्ण नाम क्या है?
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इसकी स्थापना 1 जनवरी 2015 को की गयी ।
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इसका पूर्ण नाम है – National Institution for Transforming India (भारत के स्वरूप संवर्धन हेतु राष्ट्रीय संस्थान)
नीति आयोग का उद्देश्य
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NITI Aayog 1 जनवरी 2015 को योजना आयोग के स्थान पर केंद्र और राज्य स्तरों पर नीति निर्माण के बारे में केंद्र सरकार को आवश्यक और तकनीकी सलाह प्रदान करने के उद्देश्य से गठित किया गया था।
नीति आयोग के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष
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भारत के प्रधान मंत्री NITI Aayog के पदेन अध्यक्ष हैं और वे उपाध्यक्ष की नियुक्ति करते हैं।
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NITI आयोग के पहले अध्यक्ष – नरेंद्र मोदी
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NITI Aayog के पहले उपाध्यक्ष – अरविंद पनागरिया थे।
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वर्तमान उपाध्यक्ष – डॉ. राजीव कुमार हैं।
नीति आयोग का कार्य
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राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक नीति के हितों को मजबूत बनाने और नीति और कार्यक्रम के रणनीतिक और दीर्घकालिक ढांचे को तैयार करने के लिए नीति आयोग केंद्र सरकार के थिंक टैंक के रूप में काम करता है ।
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‘बॉटम-अप दृष्टिकोण’ अपनाकर NITI आयोग सहकारी संघवाद की भावना से कार्य करता है क्योंकि यह देश के सभी राज्यों की समान भागीदारी को सुनिश्चित करता है।
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सहकारी संघवाद को बढ़ावा देना ।
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सतत विकास के लक्ष्य को बढ़ावा देना ।
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नीति निर्माण मे विकेन्द्रीकरण की भूमिका सुनिश्चित करना ।