आज हम जानेंगे की ब्रिक्स क्या है? इसकी स्थापना कब हुई और इसकी स्थापना के क्या कारण थे? इसका पहला सम्मेलन कब हुआ था?इसकी स्थापना के पीछे क्या कारण था? इसकी क्या क्या विशेषताएँ क्या है? इसके उद्देश्य क्या है?
ब्रिक्स (BRICS)
ब्रिक्स का अर्थ
ब्राज़ील , रूस , भारत , चीन और दक्षिण अफ्रीका के संयुक्त संगठन को ब्रिक्स कहते है ।
ब्रिक्स की स्थापना
इसकी स्थापना जुलाई 2006 मे रूस में हुई थी।
-
इन देशों के अंग्रेज़ी में नाम के प्रथमाक्षरों B, R, I, C व S से मिलकर इस समूह का यह नामकरण हुआ है।
-
पहले इस संगठन का नाम BRIC था लेकिन जब 2010 मे दक्षिण अफ्रीका को इसमें शामिल किया गया तो इसका नाम BRICS हो गया ।
-
ब्रिक्स (BRICS) का पहला सम्मलेन 2009 में रूस में हुआ ।
-
BRICS देशो के मंत्रिस्तरीय सम्मलेन प्रतिवर्ष आयोजित किए जाते है ।
-
ब्रिक्स शिखर सम्मलेन की अध्यक्षता प्रतिवर्ष BRICS के क्रमानुसार सदस्य देशो के सर्वोच्च नेता द्वारा की जाती है ।
ब्रिक्स (BRICS) की स्थापना के पीछे का कारण
-
ब्रिक शब्द का पहली बार प्रयोग वर्ष 2001 में गोल्डमैन साक्स ने अपने वैश्विक आर्थिक पत्र “द वर्ल्ड नीड्स बेटर इकोनोमिक ब्रिक्स्” में किया था, जिसमें इकॉनोमीट्रिक विश्लेषण के आधार पर यह अनुमान लगाया गया कि आने वाले समय में ब्राजील, रूस, भारत एवं चीन की अर्थव्यवस्थाओं का व्याक्तिनगत और सामूहिक रूप से विश्व के आर्थिक क्षेत्रों पर नियंत्रण होगा और अगले 50 वर्षों में ये विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से होंगी।
ब्रिक्स (BRICS) की विशेषताएँ
-
इन देशो की जनसंख्या दुनिया की आबादी का लगभग 42% है ।
-
इसका वैश्विक सकल घरेलु उत्पाद में हिस्सा लगभग 25-30% हिस्सा है ।
-
यह एक उभरता हुआ निवेश बाजार और वैश्विक शक्ति है।
-
इसके दो सदस्य रूस और चीन सुरक्षा परिषद् में स्थायी सदस्य है ।
-
इसे R-5 के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इन पांचों देशों की मुद्रा का नाम ‘R’ से शुरू होता है।
-
विश्व व्यापार में इसकी भागीदारी 18% है ।
ब्रिक्स (BRICS) के उद्देश्य
-
आपस में राजनीतिक , आर्थिक और सुरक्षा से जुड़े मामलो में सहयोग करना ।
-
लाभकारी विकास के लिए समूह के सदस्यों के साथ-साथ , अलग-अलग देशो के बीच भी सहयोग को व्यापक स्तर पर आगे बढ़ाना है ।
-
शिक्षा में सुधार करना ।
-
विकसित और विकासशील देशो के बीच एक पुल का काम करना।
-
यूएस डॉलर के अलावा अन्य मुद्रा का उपयोग करना क्योकि डॉलर एक प्रमुख मुद्रा है और यूएस डॉलर के प्रवाह को ब्रिक्स के देश ही नियंत्रित कर सकते है।
12th class Indian political science