आज हम भाजपा का इतिहास क्या था इसके बारे मे जानेंगे? भाजपा का निर्माण कब और कैसे हुआ था? भाजपा का भारतीय राजनीति मे अब तक का योगदान आदि?
भाजपा का इतिहास – भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कैसे बनी?
- भारतीय जनता पार्टी की जड़े 1951 मे निर्मित श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पार्टी भारतीय जनसंघ मे है।
- 1975 मे इन्दिरा गांधी ने देश भर मे आपातकाल लगा दिया।
- भारतीय जनसंघ पार्टी ने आपातकाल का खूब विरोध किया जिसके चलते उनकी पार्टी के हज़ारो कार्यकर्ताओ को आपातकाल के दौरान गिरफ्तार भी किया गया।
- 18 महीने के आपातकाल के बाद 1977 मे देश मे चुनाव हुए।
- आपातकाल के बाद हुए चुनावो मे कांग्रेस को हराने के मुख्य उद्देश्य के लिए भारतीय जनसंघ ने भारतीय लोक दल, कांग्रेस (ओ) और समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर जनता पार्टी का निर्माण किया।
- जनता पार्टी 1977 मे हुए चुनावो मे विजयी रही और मोरारजी देसाई देश के प्रधानमंत्री बने।
- जनता पार्टी की सरकार मे विभिन्न दलो (भारतीय लोक दल, कांग्रेस (ओ) और समाजवादी पार्टी आदि।) के बीच शक्ति साझा करने को लेकर विवाद बढने लगा।
- विवाद बढ़ने के कारण मोरारजी देसाई को त्यागपत्र देना पड़ा।
- विवादो के बढ़ने के कारण 1980 मे जनता पार्टी बिखर गयी।
- पूर्व भारतीय जनसंघ के कार्यकर्ताओ ने मिलकर ही 1980 मे भारतीय जनता पार्टी का निर्माण किया।
- अटल बिहारी वाजपेयी जी को इस पार्टी का प्रथम अध्यक्ष चुना गया।
भारतीय जनता पार्टी का आरंभिक काल
- शुरुआत मे इसने ‘गांधीवादी समाजवाद’ को अपनी विचारधारा के रूप मे स्वीकार किया।
- बहरहाल 1980 और 1984 के चुनावो मे बीजेपी को कुछ खास सफलता नहीं मिली।
- 1984 के लोकसभा चुनावो मे इस पार्टी को बस दो सीटो से संतोष करना पड़ा जिसका मुख्य कारण था 1985 मे इन्दिरा गांधी की मृत्यु के बाद पूरे देश मे उनके पुत्र राजीव गांधी के प्रति सहानुभूति की लहर थी।
- 1984 के बाद इसने अपनी विचारधारा मे हिन्दू राष्ट्रवाद के तत्वो पर ज़ोर देना शुरू कर दिया।
- इसके बाद राम जन्म भूमि आंदोलन ने इस पार्टी को ताकत देना शुरू किया।
- कुछ राज्यो मे चुनाव जीतने के बाद और राष्ट्रीय चुनावो मे अच्छा प्रदर्शन करने के बाद 1996 मे भारतीय जनता पार्टी भारतीय संसद मे सबसे बड़े दल के रूप मे उभरी।
- मई 1996 मे भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया, जो जून 1996 (मात्र 13 दिन) तक चली।